नयी दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 48 किग्रा वर्ग के फाइनल में अपने मंगोलियाई प्रतिद्वंद्वी लुत्सेखान अल्तांसेटसेग को हराकर अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।
उसने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा बनाया था और उम्मीद की जा रही थी कि शिखर मुकाबले में वह अच्छा करेगी जहां वह 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से शीर्ष पर आ गई। रेफरी स्टॉप्ड कॉन्टेस्ट (RSC) द्वारा विश्व चैंपियनशिप के इस संस्करण में उसने अपने पहले तीन मैच जीते, लेकिन उसने विभाजित निर्णय पर सेमीफाइनल मुकाबला जीता, जो उसके पक्ष में 5-2 गया। 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ने अपने सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा को हराया था।
नीतू के लिए सोना 🥇🤩
बाउट 5️⃣-0️⃣ 💥🔥 जीतता है
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– बॉक्सिंग फेडरेशन (@BFI_official) 25 मार्च, 2023
भारत में एक और फाइनलिस्ट स्वीटी बूरा शाम को 81 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी, जबकि दो और फाइटर्स- निकहत ज़रीन और लवलीना बोरगोहेन- रविवार (26 मार्च) को स्वर्ण पदक बाउट में हिस्सा लेंगी।
यह एक विकासशील कहानी है। अधिक विवरण जोड़ा जाएगा …