लुधियाना (पंजाब), 11 मई (भाषा) लुधियाना से भाजपा उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू ने शनिवार को पंजाब की आप सरकार पर उनकी नामांकन प्रक्रिया को विफल करने के लिए उनके आधिकारिक आवास का किराया बकाया नोटिस भेजने का आरोप लगाया।
बिट्टू को गुरुवार को उनके आधिकारिक आवास के किराए के रूप में 1.82 करोड़ रुपये की वसूली के लिए नोटिस दिया गया था। उन्हें शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करना था।
भाजपा नेता ने दावा किया कि उन्होंने बकाया चुकाने के लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए और पायल में अपनी पैतृक जमीन का एक हिस्सा गिरवी रख दिया।
बकाया चुकाने के बाद, बिट्टू को नो-ड्यू सर्टिफिकेट मिला और उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया।
बिट्टू ने पत्रकारों को बताया कि सुरक्षा कारणों से उन्हें 2016 में घर आवंटित किया गया था।
उन्होंने दावा किया, ”मैंने 2017 और 2019 में चुनाव लड़ा लेकिन कभी कोई सवाल नहीं उठाया गया।”
उन्होंने दावा किया, ”मैं नियमित रूप से पानी और बिजली के बिलों का भुगतान कर रहा था और अतीत में कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था कि मेरा कब्जा अवैध है।”
बिट्टू ने कहा कि उनकी नामांकन प्रक्रिया को विफल करने और उनके “जीवन को खतरे में डालने” के लिए एक “सुनियोजित साजिश” के तहत आधी रात को नोटिस जारी किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी जीत की यात्रा को रोकने के लिए आप और कांग्रेस ‘मिली हुई’ हैं।
बिट्टू ने कहा कि वह दुगरी में स्थानीय भाजपा कार्यालय में चले गए हैं, जहां वह दूसरी मंजिल पर एक बिना साज-सज्जा वाले कमरे में फर्श पर गद्दे बिछाकर सोते हैं।
उन्होंने दावा किया कि लुधियाना के लोग इस शरारत का करारा जवाब देंगे।
बिट्टू ने दावा किया कि आप और कांग्रेस डरी हुई हैं क्योंकि भाजपा भारी अंतर से सीट जीतने वाली है।
तीन बार सांसद रहे बिट्टू पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं जिनकी 1995 में हत्या कर दी गई थी।
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान होगा। पीटीआई कोर सीएचएस सीएचएस एसजेडएम
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