श्रीनगर, 26 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर में चुनाव अधिकारियों ने करीब 95 करोड़ रुपये की नकदी और शराब जैसी अन्य मुफ्त सामग्री जब्त की, जो केंद्र शासित प्रदेश में पांच लोकसभा सीटों के लिए हुए चुनाव के दौरान मतदाताओं का मन प्रभावित करने के लिए थी।
जम्मू एवं कश्मीर में शनिवार को अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में मतदान संपन्न हो गया।
चुनाव विभाग के अधिकारियों ने यहां बताया कि कश्मीर के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान ने दशकों पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, वहीं कुछ उम्मीदवारों द्वारा धन, शराब और अन्य मुफ्त चीजों का उपयोग करके पूरे केंद्र शासित प्रदेश में मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया गया।
अधिकारियों ने बताया, “लोकसभा चुनाव की घोषणा की तारीख से अब तक हमने कुल 94.797 करोड़ रुपये मूल्य की सामग्री और नकदी जब्त की है।”
उन्होंने बताया कि पुलिस ने धन और मुफ्त चीजों के इस्तेमाल पर रोक लगाने में सबसे सक्रिय भूमिका निभाई और अभियान के दौरान 90.83 करोड़ रुपये जब्त किए गए।
अधिकारियों ने कहा, “विभिन्न प्रवर्तन विभागों द्वारा नकदी, शराब, ड्रग्स और अन्य मुफ्त वस्तुएं जब्त की गई हैं। विभागवार प्रमुख जब्तियों में पुलिस विभाग द्वारा 90.831 करोड़ रुपये, आयकर विभाग द्वारा 42 लाख, आबकारी विभाग द्वारा 1.01 करोड़ और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा 2.32 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स जब्त की गई हैं।”
सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के प्रयास में, अधिकारियों ने 40 से अधिक सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की, जो कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे थे।
चुनाव अधिकारियों को सीविजिल ऐप पर 143 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 80 का समाधान कर दिया गया है, जबकि शेष का समाधान प्रक्रियाधीन है।
विभिन्न चुनाव संबंधी गतिविधियों की निगरानी करने तथा आदर्श आचार संहिता के अनुपालन की जांच करने के लिए चुनाव अधिकारियों ने जम्मू तथा श्रीनगर में सीईओ कार्यालय में कमांड एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किए थे।
अधिकारियों ने कहा, “प्रत्येक डीईओ कार्यालय में इसी तरह के मिनी नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए थे, जो चौबीसों घंटे काम कर रहे थे। यहां सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की निगरानी की गई। किसी भी उल्लंघन का पता चलने पर रिपोर्ट की गई और संबंधित आरओ/एआरओ को नोटिस जारी किया गया।”
उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की जांच के अलावा नियंत्रण कक्ष में सभी मतदान केंद्रों की लाइव फीड और मतदान दलों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सभी वाहनों की जीपीएस वाहन ट्रैकिंग भी उपलब्ध थी।
(यह रिपोर्ट ऑटो-जेनरेटेड सिंडिकेट वायर फीड के हिस्से के रूप में प्रकाशित की गई है। हेडलाइन के अलावा, एबीपी लाइव द्वारा कॉपी में कोई संपादन नहीं किया गया है।)