झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो सहित झामुमो के वरिष्ठ नेताओं ने शनिवार को यहां बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि झामुमो नेताओं ने लोकसभा चुनाव परिणामों के साथ-साथ इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा की।
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना जो नवनिर्वाचित विधायक हैं, भी झामुमो नेताओं की टीम में थीं। झामुमो के एक नेता ने बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं की पूर्व सीएम के साथ यह पहली मुलाकात है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने आठ सीटें और उसकी सहयोगी आजसू पार्टी ने एक सीट जीती थी, जबकि झामुमो तीन और कांग्रेस एक सीट पर विजयी हुई थी।
कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा उपचुनाव में अपने निकटतम भाजपा प्रतिद्वंद्वी दिलीप कुमार वर्मा को 27,149 मतों से हराया। यह सीट झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
हेमंत सोरेन को ईडी ने कथित भूमि धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
झारखंड भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने जेल में पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए चंपई सोरेन पर हमला करते हुए कहा, ”यह सरकार जेल सचिवालय से चल रही है, न कि मुख्यमंत्री सचिवालय से।” चंपई और कल्पना के अलावा हेमंत सोरेन से मुलाकात करने वालों में सांसद जोबा माझी, विजय हंसदक और विधानसभा अध्यक्ष महतो भी शामिल थे।
झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि महतो एक संवैधानिक पद पर हैं और विभिन्न मामलों पर पूर्व मुख्यमंत्री से परामर्श करना उस पद की गरिमा के खिलाफ है।
बाउरी ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान अध्यक्ष ने परंपरा के विपरीत जाकर उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया और महतो के इस्तीफे की मांग की।
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए महतो ने कहा कि यह पूर्व मुख्यमंत्री के साथ शिष्टाचार मुलाकात थी।
अध्यक्ष ने कहा, “मैं वहां उनका हालचाल जानने गया था। जेल भेजे जाने के बाद से मैं उनसे नहीं मिला हूं।”
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