भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बाद अब इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने चुनाव आयोग से एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को स्थगित करने की मांग की है। इनेलो ने एक अक्टूबर से पहले और बाद में छुट्टियों का हवाला देते हुए यह मांग की है। मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में आईएनएलडी महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि एक अक्टूबर से एक दिन पहले और बाद में राजपत्रित छुट्टियों के कारण मतदान कम होने की संभावना है।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया 5 सितंबर, 2024 को शुरू होगी, जिसमें 1 अक्टूबर, 2024 को मतदान होगा और 4 अक्टूबर को मतगणना होगी।
चौटाला ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तिथि 1 अक्टूबर से पहले सप्ताहांत में अवकाश है तथा उसके बाद 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती के कारण दो राजपत्रित अवकाश हैं। उन्होंने कहा कि इससे मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है, क्योंकि लोग लंबे सप्ताहांत पर छुट्टी पर चले जाते हैं, जिसके बाद छुट्टियां होती हैं।
इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर राजपत्रित छुट्टियों के कारण मतदान कम होने की संभावना के कारण मतदान की तिथि स्थगित करने का अनुरोध किया है। pic.twitter.com/CxsXHmR4oO
— आईएएनएस (@ians_india) 24 अगस्त, 2024
उन्होंने कहा, “मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी आने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ चुनाव कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।”
हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने तथा मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए अभय सिंह चौटाला ने अनुरोध किया कि मतदान की तिथि/दिन को एक या दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया जाए।
इससे पहले हरियाणा भाजपा ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इसी आधार पर विधानसभा चुनाव को किसी अन्य तिथि पर स्थगित करने की मांग की थी। चुनाव आयोग को नई तिथि तय करने का अनुरोध करते हुए हरियाणा भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा कि 1 अक्टूबर से पहले और बाद के सप्ताह में लोग छुट्टी पर चले जाते हैं, जिससे मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है।
हालांकि, भाजपा के अनुरोध पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि भगवा पार्टी ने हार स्वीकार कर ली है।