प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार के सीतामढी में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा कटाक्ष किया और पार्टी पर अपराध और भय की संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। अपने ट्रेडमार्क 'कट्टा' तंज को पुनर्जीवित करते हुए, मोदी ने कहा कि बिहार उस युग से आगे निकल गया है जब “लोग कट्टा लेकर चलते थे और 'हाथ ऊपर' चिल्लाते थे,” इस बात पर जोर देते हुए कि आज के युवाओं को स्टार्टअप्स का निर्माता होना चाहिए, न कि गैंगस्टरों का अनुयायी।
पीएम मोदी ने 'कट्टा सरकार' की आलोचना की
मोदी ने घोषणा की, “अतीत में, बिहार ने एक ऐसी संस्कृति देखी थी जहां लोग कट्टा (देशी पिस्तौल) लेकर चलते थे और 'हाथ ऊपर' चिल्लाते थे। लेकिन वह युग खत्म हो गया है।” “आज, बिहार को ऐसे बच्चों की ज़रूरत है जो स्टार्टअप बनाने की इच्छा रखते हैं, न कि उन लोगों की जो डर को बढ़ावा देने वाले नेताओं का अनुसरण करते हैं। हम अपने युवाओं को किताबें, कंप्यूटर और लैपटॉप से लैस कर रहे हैं – हथियारों से नहीं। लेकिन राजद चाहता है कि वे कट्टा और दुनाली लेकर चलें।”
प्रधानमंत्री ने राजद के अभियान के लहजे की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि उसके नारे और गाने अपराध का महिमामंडन करते हैं। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी ने कहा, “अगर आप उनके नारे और गाने सुनेंगे तो चौंक जाएंगे। उनके मंच से मासूम बच्चों को भी यह कहने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे 'रंगदार' (गैंगस्टर) बनना चाहते हैं।”
वीडियो | सीतामढी: एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (@नरेंद्र मोदी) कहते हैं, “अगर आप राजद के प्रचार गीत और नारे सुनेंगे तो कांप उठेंगे। राजद के मंच से मासूम बच्चों से कहलवाया जा रहा है कि वे 'रंगदार' बनना चाहते हैं।”… pic.twitter.com/TdD89GewR7
– प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (@PTI_News) 8 नवंबर 2025
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यह टिप्पणी बिहार में जोर-शोर से चल रहे चुनाव प्रचार के बीच आई है, जहां राजद और भाजपा के बीच शासन, कानून व्यवस्था और युवा विकास को लेकर तीखी नोकझोंक हुई है।


