दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन स्थायी नहीं है और दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एक साथ आई हैं।
केजरीवाल ने विपक्षी गठबंधन के लोकसभा चुनाव जीतने का विश्वास जताते हुए कहा कि 4 जून को एक बड़ा आश्चर्य होने वाला है।
केजरीवाल ने इंडिया टुडे को दिए साक्षात्कार में कहा, “आप का कांग्रेस के साथ स्थायी गठबंधन नहीं है। हमारा लक्ष्य फिलहाल भाजपा को हराना और मौजूदा शासन की तानाशाही और गुंडागर्दी को खत्म करना है।”
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केजरीवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 543 लोकसभा सीटों में से कम से कम 300 सीटें जीतेगी।
यद्यपि आप और कांग्रेस दिल्ली की सात सीटों पर गठबंधन करके चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पार्टियां पड़ोसी राज्य पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
दिल्ली के सीएम ने कहा, “देश को बचाना महत्वपूर्ण है। भाजपा को हराने के लिए जहां भी गठबंधन की जरूरत थी, आप और कांग्रेस एक साथ आए और एक उम्मीदवार खड़ा किया। पंजाब में भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं है।”
शराब नीति मामले में अपनी गिरफ्तारी पर बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने कहा, “मेरा वापस जेल जाना कोई मुद्दा नहीं है। इस देश का भविष्य दांव पर है… वे मुझे जब तक चाहें जेल में रखें, मैं डरने वाला नहीं हूं।”
उन्होंने कहा, “केवल भाजपा के कहने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता।”
आप संयोजक सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद एक जून तक अंतरिम जमानत पर हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें दो जून को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया है। उन्हें कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में मार्च में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था।