चंडीगढ़, 27 मई (भाषा) आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर लोकसभा चुनाव के बाद पंजाब में भगवंत मान सरकार को गिराने की धमकी देने का आरोप लगाया और दावा किया कि देश में तानाशाही है।
पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने केजरीवाल पर “सनसनी पैदा करने और जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए कहानियां गढ़ने” का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि आप की हरकतें ही राज्य में उसकी सरकार गिरा देंगी। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों में “गहरा असंतोष” है।
केंद्रीय मंत्री शाह ने रविवार को लुधियाना में एक चुनावी रैली में लोगों से पंजाब में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया और कहा कि “भाजपा की जीत के बाद भगवंत मान सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी।”
सोमवार को केजरीवाल ने अमृतसर में व्यापारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “क्या आपने अमित शाह का बयान सुना है? उन्होंने धमकी दी है। पहले तो उन्होंने पंजाबियों को खूब गाली दी। उन्होंने धमकी दी कि 4 जून के बाद पंजाब सरकार गिरा दी जाएगी। भगवंत मान 4 जून के बाद मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे।” केजरीवाल ने कहा, “हमारे पास 92 विधायक हैं। आप (सरकार) कैसे गिरा सकते हैं? (देश में) तानाशाही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता खुलेआम कह रहे हैं कि वे विधायकों को सीबीआई और ईडी से डराएंगे और फिर उन्हें “खरीद लेंगे”।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं उनसे कहना चाहता हूं… पंजाब के लोगों को धमकाएं नहीं। अन्यथा, वे आपके लिए पंजाब में प्रवेश करना मुश्किल बना देंगे।”
बाद में बठिंडा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान केजरीवाल ने शाह से पूछा कि पंजाब में आप सरकार को गिराने के लिए क्या साजिश रची गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किसी भी गृह मंत्री ने नहीं किया।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि शाह ने पंजाब के लोगों को खुलेआम धमकी दी है।
117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में आप के 92 विधायक और भाजपा के सिर्फ तीन विधायक होने का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने पूछा, “सरकार गिराने के लिए आपके पास क्या योजना है? क्या आप पंजाब के लोगों को ईडी और सीबीआई से डराएंगे? या फिर राष्ट्रपति शासन लगाएंगे?” आप के राष्ट्रीय संयोजक ने आरोप लगाया कि भाजपा पंजाब में मुफ्त बिजली सुविधा को खत्म करना चाहती है और कहा, “मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर आप मुफ्त बिजली जारी रखना चाहते हैं तो आप को 13 सीटें दीजिए।” केजरीवाल के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए शेखावत ने दावा किया कि शाह ने यह नहीं कहा कि आप सरकार गिराई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के लोग आप सरकार से “धोखा” और “पूरी तरह असंतुष्ट” महसूस कर रहे हैं और इसके “कुशासन” से मुक्ति की प्रार्थना कर रहे हैं। केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार पर भी निशाना साधा और दावा किया कि पिछले 10 सालों में लोगों को दिखाने के लिए उसने कोई काम नहीं किया है। उन्होंने पार्टी उम्मीदवारों पवन कुमार टीनू और अशोक पराशर के समर्थन में जालंधर और लुधियाना में रोड शो किए।
अबोहर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी शाह की टिप्पणी पर निशाना साधा और कहा, “क्या आपके पास सरकार गिराने की हिम्मत है? हमारे पास 92 सीटें हैं। वे हमें धमका रहे हैं। क्या आप वोट मांगने (यहां) आ रहे हैं या सरकार गिराने की धमकी दे रहे हैं?” बाद में बठिंडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मान ने पूछा, “आप हमारे बारे में क्या सोचते हैं? क्या आपको लगता है कि हम बिकाऊ हैं? मैं गृह मंत्री से कहना चाहता हूं कि हम आपका बहुत सम्मान करते हैं क्योंकि आप केंद्रीय गृह मंत्री हैं। लेकिन किसी भी राज्य के सीएम से यह कहना कि उसे हटा दिया जाएगा… ऐसी धमकी काम नहीं करेगी। पंजाबियों में इस बात को लेकर गुस्सा है।” मान ने भाजपा पर नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि आप पिछले दो सालों में अपनी सरकार द्वारा किए गए कामों के आधार पर पंजाब में वोट मांग रही है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, “10 साल बाद प्रधानमंत्री स्कूल बनाने और नौकरियां देने के बारे में बात करने में असमर्थ हैं। वह सिर्फ ‘मंगलसूत्र’, मांस और ‘पाकिस्तान’ के बारे में बोलते हैं। वे नफरत की राजनीति करते हैं।”
मान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा कि वह केजरीवाल से जेल में क्यों मिलने गए। उन्होंने कहा, “वह पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं। क्या मैं उनसे जाकर नहीं मिल सकता?”
भाजपा द्वारा मेडिकल जांच के लिए अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने की मांग को “ड्रामा” करार दिए जाने के बारे में केजरीवाल ने कहा, “वे दिल से चाहते हैं कि केजरीवाल मर जाएं।” दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “जो लोग मुझे जानते हैं, वे जानते हैं कि मेरा वजन कम हो गया है। अगर किसी का वजन बिना किसी स्पष्ट कारण के एक महीने में सात किलो कम हो जाता है, तो यह एक गंभीर समस्या है। डॉक्टरों ने कई जांच के लिए कहा है। मैंने जांच के लिए सिर्फ एक सप्ताह का समय मांगा है। बिना किसी कारण के वजन कम होना एक गंभीर बात है। अंदर कोई गंभीर बीमारी हो सकती है, जिसका पता नहीं चल पाता।”
केजरीवाल को मार्च में कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह एक जून तक अंतरिम जमानत पर हैं।
(यह रिपोर्ट ऑटो-जेनरेटेड सिंडिकेट वायर फीड के हिस्से के रूप में प्रकाशित की गई है। हेडलाइन के अलावा, एबीपी लाइव द्वारा कॉपी में कोई संपादन नहीं किया गया है।)