दुनिया का सबसे बड़ा खेल महोत्सव 26 जुलाई (शुक्रवार) को औपचारिक रूप से शुरू होने वाला है, जिसमें फ्रांस की राजधानी में पेरिस 2024 ओलंपिक का उद्घाटन समारोह होना है। खेल प्रतियोगिता के औपचारिक रूप से शुरू होने से पहले ही, फ्रांस की 400 मीटर महिला और मिश्रित रिले टीम की एथलीट सौंकम्बा सिल्ला ने दावा किया है कि उन्हें उद्घाटन समारोह का हिस्सा बनने की अनुमति नहीं दी गई है, क्योंकि उन्होंने हिजाब पहना हुआ है।
उद्घाटन समारोह से पहले सिल्ला ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “आप अपने देश में आयोजित ओलंपिक के लिए चुनी जाती हैं, लेकिन आप उद्घाटन समारोह में भाग नहीं ले सकतीं, क्योंकि आपने सिर पर स्कार्फ पहना हुआ है।”
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इस बीच, फ्रांसीसी ओलंपिक समिति के अध्यक्ष डेविड लैपर्टिएंट ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि देश में सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों पर लागू होने वाला धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत देश और चर्च को अलग करता है। इसमें हिजाब पर प्रतिबंध भी शामिल है।
द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट में लैपार्टिएंट के हवाले से कहा गया है, “विश्व के अन्य देशों में यह बात शायद कभी-कभी समझ में न आए, लेकिन फ्रांस में यह हमारे डीएनए का हिस्सा है।”
हमारे नागरिक हमसे धर्मनिरपेक्षता का पालन करने की अपेक्षा रखते हैं: खेल और ओलंपिक खेल मंत्री
फ्रांस की खेल तथा ओलंपिक एवं पैरालंपिक खेलों की मंत्री एमिली ओडेया-कास्टेरा ने भी इस मुद्दे पर सरकार का रुख स्पष्ट किया।
उपरोक्त प्रकाशन की इसी रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, “हमारे नागरिक हमसे धर्मनिरपेक्षता के इन सिद्धांतों का पालन करने की अपेक्षा रखते हैं, लेकिन हमें सभी को अच्छा महसूस कराने के लिए समाधानों के बारे में भी आविष्कारशील होना चाहिए।”
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हालांकि बाद में यह बताया गया कि अधिक विवरण साझा किए बिना ही समाधान पर पहुंच गया है, लेकिन फ्रांसीसी ओलंपिक समिति ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एजेंस फ्रांस-प्रेस (एएफपी) को स्पष्ट रूप से बताया है कि सिल्ला को उद्घाटन समारोह में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी, बशर्ते वह हिजाब की जगह टोपी पहने।