नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने उनकी पार्टी के नेताओं की गिरफ्तारी के पीछे के “रहस्यों” और “साजिशों” को उजागर करने वाली एक डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को रोक दिया।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद स्क्रीनिंग कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
लेकिन केजरीवाल ने सवाल उठाया कि एक डॉक्यूमेंट्री की निजी स्क्रीनिंग के लिए अनुमति की आवश्यकता क्यों थी। उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वृत्तचित्र – “अनब्रेकेबल” – को निजी कार्यक्रम में मीडिया को दिखाया जाना था और यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था।
केजरीवाल ने कहा, “कार्यक्रम में कोई वोट नहीं मांगा जा रहा था और न ही किसी पार्टी के खिलाफ कुछ कहा जाना था।” आप संयोजक ने आईटीओ स्थित प्यारेलाल भवन में स्क्रीनिंग स्थल की एक तस्वीर साझा की, जिसमें भारी पुलिस उपस्थिति दिखाई दे रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने भाजपा के इशारे पर स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी।
उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा डॉक्यूमेंट्री से पूरी तरह डरी हुई है क्योंकि यह पिछले दो वर्षों में आप नेताओं की गिरफ्तारी के पीछे के रहस्यों और साजिशों को उजागर करती है। यह भाजपा की अवैध और असंवैधानिक गतिविधियों को उजागर करती है।”
केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और सत्येन्द्र जैन सहित प्रमुख AAP नेताओं को 2023-24 के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक दलों को एमसीसी अवधि के दौरान कोई भी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) के कार्यालय में एकल खिड़की प्रणाली के माध्यम से पूर्व अनुमति के लिए आवेदन करना होगा।
उन्होंने कहा, “चुनाव के दौरान यह एक मानक प्रक्रिया है। स्क्रीनिंग कार्यक्रम के लिए ऐसी कोई अनुमति नहीं ली गई थी और इसलिए यह एमसीसी दिशानिर्देशों का उल्लंघन होगा।”
(यह रिपोर्ट ऑटो-जेनरेटेड सिंडिकेट वायर फीड के हिस्से के रूप में प्रकाशित की गई है। हेडलाइन के अलावा, एबीपी लाइव द्वारा कॉपी में कोई संपादन नहीं किया गया है।)