जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता केसी त्यागी द्वारा यह दावा करके हलचल पैदा करने के बाद कि भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार को गठबंधन में शामिल होने पर प्रधानमंत्री पद की पेशकश की है, बिहार के मुख्यमंत्री के विश्वासपात्र सांसद संजय झा ने अब त्यागी के दावों को खारिज कर दिया है।
त्यागी ने शनिवार को दावा किया था कि विपक्षी दलों ने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव दिया था, बशर्ते कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ दें। त्यागी ने कहा, “हालांकि जेडीयू प्रमुख ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और नरेंद्र मोदी को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर समर्थन दिया।”
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इसके कुछ घंटों बाद नीतीश कुमार के विश्वासपात्र झा ने अपनी ही पार्टी के अनुभवी नेता के दावे को खारिज कर दिया।
पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, “हमारी पार्टी के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। न ही मुख्यमंत्री को इस बारे में जानकारी है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं। हमारी जानकारी में ऐसी कोई बात नहीं है।”
इस बात पर जोर देते हुए कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक में नरेन्द्र मोदी का समर्थन किया था, झा ने कहा कि “यह चुनाव पूर्व गठबंधन था, जिसने बिहार में 40 लोकसभा सीटों में से 30 पर जीत हासिल की।”
त्यागी ने दावा किया था कि “जो लोग कुमार को अपने गठबंधन का संयोजक नहीं बनाना चाहते थे, उन्होंने उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की पेशकश की थी, लेकिन वह खुश हैं कि पार्टी नेतृत्व ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।”
उल्लेखनीय है कि त्यागी का यह बयान मोदी के सदन में भाजपा, एनडीए और लोकसभा का नेता चुने जाने के एक दिन बाद आया है।
त्यागी के दावों के बाद, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को इन दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है?’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी इसी तरह की राय जताते हुए कहा, ‘‘वे झूठ बोल रहे हैं।’’
जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश से इन दावों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने विषय बदल दिया और इसके बजाय कांग्रेस के लोकसभा चुनाव प्रदर्शन पर टिप्पणी करने लगे।