पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि एग्जिट पोल के अनुमान जमीनी हकीकत से मेल नहीं खाते और दावा किया कि इन्हें दो महीने पहले ही घर में गढ़ा गया है।
उन्होंने दावा किया कि ऐसे एग्जिट पोल का कोई महत्व नहीं है और उन्हें दिखाने के लिए मीडिया की आलोचना की। बंगाल की सीएम की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब शनिवार को एग्जिट पोल में भाजपा के 2019 के प्रदर्शन से बेहतर प्रदर्शन करने और देश में 350 से अधिक सीटें जीतने की भविष्यवाणी की गई थी।
सीएम ममता ने टीवी9-बांग्ला समाचार चैनल से कहा, “हमने देखा है कि 2016, 2019 और 2021 में एग्जिट पोल कैसे किए गए थे। कोई भी भविष्यवाणी सच नहीं हुई।”
टीएमसी प्रमुख ने कहा, “ये एग्जिट पोल कुछ लोगों द्वारा दो महीने पहले मीडिया के लिए बनाए गए थे। इनका कोई मूल्य नहीं है।”
उन्होंने कहा कि उनकी रैलियों में लोगों की प्रतिक्रिया एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों से मेल नहीं खाती।
उन्होंने कहा, “जिस तरह से भाजपा ने ध्रुवीकरण की कोशिश की और झूठी सूचना फैलाई कि मुसलमान एससी, एसटी और ओबीसी का कोटा छीन रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि मुसलमान भाजपा को वोट देंगे। और, मुझे लगता है कि माकपा और कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में भाजपा की मदद की।”
विपक्षी भारत ब्लॉक की संभावनाओं पर ममता बनर्जी ने कहा कि समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, डीकेएम के एमके स्टालिन और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
टीएमसी प्रमुख ने कहा, ‘‘क्षेत्रीय पार्टियां हर जगह अच्छा प्रदर्शन करेंगी।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एम) और कांग्रेस के साथ उनके संबंधों से सत्ता में आने पर विपक्षी सरकार में शामिल होने की उनकी संभावनाओं पर असर पड़ेगा, तो बनर्जी ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि अखिल भारतीय स्तर पर कोई बाधा आएगी जब तक कि सीपीआई (एम) हस्तक्षेप न करे… देखिए हर क्षेत्रीय पार्टी का अपना सम्मान है, और सभी से बात करने के बाद, अगर हमें आमंत्रित किया जाता है तो हम जाएंगे। हम अन्य क्षेत्रीय दलों को भी साथ लेंगे। लेकिन पहले चुनाव के नतीजे आ जाने दें।”
एग्जिट पोल ने क्या सुझाव दिया?
एबीपी न्यूज-सीवोटर एग्जिट पोल ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा की भारी जीत का अनुमान लगाया है। सर्वेक्षण के अनुसार, भाजपा को राज्य में 23-27 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि ममता की तृणमूल कांग्रेस को 13-17 सीटें मिलने की उम्मीद है। राज्य में विपक्षी दलों के लिए बड़ी निराशा की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी को केवल 1-3 सीटें मिलने की संभावना है।
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने 18, तृणमूल कांग्रेस ने 22 और कांग्रेस ने 2 सीटें जीती थीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य में 42 सांसदों को चुनने के लिए बंगाल में सभी 7 चरणों में मतदान हुआ था।