टोक्यो 2020 पैरालिंपिक: भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी भावना ने टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक खेलों में इतिहास रच दिया है। भावना ने सेमीफाइनल में चीनी खिलाड़ी मियाओ को हराकर फाइनल में प्रवेश किया है और स्वर्ण पदक जीतने से बस एक कदम दूर है। भाविना ने शानदार जीत के बाद कहा कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है।
भावना ने मियाओ के खिलाफ अपनी जीत को अपने लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। भाविना पटेल ने कहा, “यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। हर कोई हमेशा कहता है कि चीन को हराना असंभव है, लेकिन आज मैंने साबित कर दिया है कि अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो कुछ भी असंभव नहीं है।”
फाइनल में पहुंचकर भावना ने पहले ही भारत के लिए सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। लेकिन भावना पटेल की निगाहें टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के पहले स्वर्ण पदक पर टिकी हैं। भावना पटेल ने कहा, “मैंने कभी खुद को दिव्यांग नहीं माना और आज मैंने साबित कर दिया है कि अगर आप चाहें तो सब कुछ संभव है।”
नंबर दो और तीसरे नंबर के खिलाड़ी हारे हैं
भावना पटेल इस समय विश्व रैंकिंग में 12वें नंबर पर हैं। भावना पटेल ने सेमीफाइनल में दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी को हराया। भाविना ने क्वार्टर फाइनल में रियो पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता और नंबर दो खिलाड़ी को हराया है। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर 8 को हराया।
हालांकि भावना के लिए फाइनल की चुनौती आसान नहीं होने वाली है। वह 29 अगस्त को फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी से भिड़ेंगी।
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