पहलवान विनेश फोगाट ने शुक्रवार को नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर अपने खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटा दिए। एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों दोनों में स्वर्ण पदक विजेता, उन्होंने देश में महिला पहलवानों के साथ कथित दुर्व्यवहार के विरोध में अपने पुरस्कार लौटा दिए हैं। एथलीट ने पदकों को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के बाहर रख दिया।
विनेश फोगाट पुरस्कार लौटाने जा रही थीं तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। जैसे ही उन्हें रोका गया, उन्होंने अपने पुरस्कार कर्त्तव्यपथ पर रख दिये। फोगाट ने तीन दिन पहले पुरस्कार लौटाने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
इस घटना की कांग्रेस ने तीखी आलोचना की है, जिसने सरकार पर एथलीट को परेशान करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ”देश के लिए शर्म का दिन। पहलवान बजरंग पुनिया के बाद अब देश के लिए पदक लाने वाली बेटी विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटा दिया है।” पीएम मोदी और उनकी सरकार ने उन्हें इतना परेशान किया है कि वह आज यह कदम उठाने को मजबूर हैं.’